मन में रह रह के एगो बिचार आवत रहेला कि जवन दिन हमनी के इ भोजपुरी भाषा के संविधान में दर्जा मिल जाई,उ दिन भोजपुरी लोगन के खातिर बड़ा इतिहासिक समय होई ,लेकिन कबो इहो संका रहेला कि आजादी के बाद से भारी संख्या में इ प्रदेश के लोग संसद में रहले बाकी आपन राजनीति चमकावे के फेरा में माई के माई न बुझले ,येही से हमनी के मिल जुल के एगो आवाज उठावल जाये के चाही जवना से इ भाषा के इज़त मी सके ...
इ एगो लड़ाई बा ...सबके जुटे के बा
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